सत्यम शर्मा शिवपुरी ◾- प्रदेश में बड़ी संख्या में नरेगा से गौशालाओ का निर्माण हुआ जिसमे से कुछ गौशाला तो संचालित हो पाई लेकिन ज्यादातर गौशाला पानी और बिजली की कमी के कारण संचालित नहीं हो पाई। विद्युत ट्रांसफार्मर ,लाइन कार्य में अत्यधिक लागत आने के कारण गौशालाओ को संचालित करना संभव ना हो सका। लेकिन शिवपुरी जिले की कलोथरा पंचायत ने इन सब परेशानियों के आगे हार ना मानते हुए उनकी सालो से बंद पड़ी गौशाला को संचालित करना शुरू कर दिया और आज यहाँ की गौशाला में 70-75 निराश्रित गौवंश है।
कलोथरा पंचायत की गौशाला में पूर्व से एक बोर था लेकिन लाइट ना होने के कारण इस बोर से पानी नहीं मिल पाता था, तभी पंचायत के द्वारा सोलर पैनल लगवाने के बारे में सोचा ,जिससे आज पूरी गौशाला की गायों के लिए पर्याप्त पानी मिल पा रहा है और उजाले के लिए लाइट भी पर्याप्त मिल रही है।
सोलर पैनल 3kba क्षमता का है इस बोर में 3hp की डीसी मोटर लगाई गयी है जो 200 फ़ीट गहराई तक पानी खींच सकता है। इस पैनल की खास बात यह है कि इसका मेंटेनेंस निशुल्क रहेगा।
कलोथरा पंचायत वही पंचायत है जिसने देश का पहला पीएम जनमन आवास बनाकर सुर्खिया बटोरी थी अब बंद पड़ी गौशाला को नवाचार के माध्यम से संचालित किया है।
जिला पंचायत सीईओ हिमांशु जैन का कहना है कि इस मॉडल को जिले की अन्य पंचायतो में भी लागू करके गौशाला का संचालन शुरू कराएंगे।
रामश्री आदिवासी कलोथरा सरपंच बताती हैं कि सालो से बंद पड़ी थी गौशाला। सोलर पैनल के बारे में जब पता चला तो गौशाला में लगवाकर देखा। अब बिना बिजली के भी पूरी गौशाला में लाइट जलती है और बोर में मोटर डालकर उससे पानी भी निकाल पा रहे है।